सरल व्यक्तित्व – ESSAY IN HINDI

सरल व्यक्तित्व - ESSAY IN HINDI

हेराल्ड ट्रिब्यून के आर्थिक समाचार के पृष्ठ पर एक बड़ा सा विज्ञापन छपा था जिसमें लिखा था कि एक ऐसे आदमी की जरुरत है जिसमें असामान्य श्क्ति व अनुभव हो। इसके लिए एक सरल व्यक्तित्व वाले चार्ल्स टी क्युबेलिस नामक सज्जन ने आवेदन किया था। यह विज्ञापन बॉक्स न. के मार्फित या अतः यह पता … Read more

सयंमित व्यवहार – ESSAY IN HINDI

सयंमित व्यवहार - ESSAY IN HINDI

संसार में ऐसे भी व्यक्ति रहते हैं जो स्वयं को ही सबकुछ मानकर सयंमित व्यवहार को भूल जाते हैं। और उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले हर उस व्यक्ति को निचा दिखाने का प्रयास करते हैं जो उनके बातों को काट नहीं सकता। भले ही वह व्यक्ति सामने वाले व्यक्ति से कितना भी बुध्दिमान क्यों … Read more

परिश्रम का फल – ESSAY IN HINDI

परिश्रम का फल - ESSAY IN HINDI

परिश्रम का फल इस निबंध में उन लोगों के बारे में बताने का प्रयास किया गया है जो परिश्रम के स्थान पर जैसे तैसे अपना काम निकालने में विश्वास रखते हैं। लोगों ने प्रेक्टिकल तथा कम्प्रोमाइज यानि कि व्यवहारवादीपना तथा निपटारे को चलते हुए सिक्के की तरह उपयोग करने की आदत डाल ली है। प्रेक्टिकल … Read more

समाज का चित्रंण – ESSAY IN HINDI

समाज का चित्रंण - ESSAY IN HINDI

देखा आपने आप तो अभी वहीं के वहीं खड़े हो और आपका वो मित्र कहाँ का कहाँ पहुंच गया। अब जरा अपने सिध्दांतों को एक तरफ रख दो और समाज का चित्रंण करते हुए थोड़े से प्रैक्टिकल बन जाओ। अब अगर थोड़ी सी झूठी तारीफ करके अपना काम निकलता हो तो आखिर इसमें बुराई ही … Read more

साहस का परिचय – ESSAY IN HINDI

साहस का परिचय - ESSAY IN HINDI

हम सत्यकाम या सत्यवादी हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा के उदाहरण प्रस्तुत करते रहते हैं परंतु हमसे जो भूल हो जाती हैं, उन्हें हम निडरता से स्वीकार करने का साहस नहीं कर पाते परंतु यहां साहस का परिचय देना आवश्यक है। बच्चों में इस प्रकार के संस्कारों का सिंचन करने के लिए बड़ों को उनके बचपन से … Read more

समय परिवर्तनशील है – ESSAY IN HINDI

समय परिवर्तनशील है - ESSAY IN HINDI

समय परिवर्तनशील है इस निबंध के माध्यम से समय के साथ लोगों के व्यवहार और सोंच में आने वाले परिवर्तन के बारे में बताया गया है। यह घर के ड्रॉईंग रुम में रेग्युलेटर खराब हो गया है इसलिए पंखा नियंत्रित नहीं हो सकता। घर के सबसे बड़े सदस्य एक के बाद एक सबसे पूछताछ करते … Read more

मन के हारे हार है मन के जिते जित – ESSAY IN HINDI

मन के हारे हार है मन के जिते जित - ESSAY IN HINDI

मन के हारे हार है मन के जिते जित यह एक ऐसा निबंध है जिसके माध्यम से लोगों के मन अथवा उनके अनुभव को उदाहरण के माध्यम से बताने का प्रयास किया गया है। हर रोज हजारों मोटरें तथा गाड़ियाँ दौड़ती हैं, हवा में अनेकों अवाई जहाज उड़ते रहते हैं, पानी में लाखों नावे तथा … Read more

मैं अभी व्यस्त हूँ – ESSAY IN HINDI

मैं अभी व्यस्त हूँ - ESSAY IN HINDI

मैं अभी व्यस्त हूँ अथव मैं अभी बहुंत व्यस्त हूंॅ यह शब्द आपने कई बार अपने आस पास के लोगों से सुना होगा। यदि मनुष्य को खोखला करने वाला कोई रोग है तो वह है मूड नहीं है। का बहाना। जो मनुष्य काम ठीक प्रकार कर लेता है वह कर्म वीर और जो काम टालता … Read more

स्वयं की सहायता – ESSAY IN HINDI

स्वयं की सहायता - ESSAY IN HINDI

अपने कर्म के अनुरुप ईश्वर ने किसी पर भी भेद भाव नही किया है, बशर्ते की स्वयं की सहायता कैसे करें यह पता होनी चाहिए। ईश्वर ने हम सभी को अपना स्वयं का राजा बनने के लिए इस धरती पर भेजा है परंतु हम प्रमोद में भरकर अपने उज्ज्वल भविष्य को अंधकार में धकेल देते … Read more

स्वावलंबी – ESSAY IN HINDI

स्वावलंबी - ESSAY IN HINDI

वर्तमान समय मे दुनिया के बारे मे तो कुछ समझ ही नही आता की क्या चल रहा है, आज का जमाना मनुष्य को स्वावलंबी बनाने की जगह परावलंबी बना रहा है। इसके संबंध मे यह है कि आज या तो एक मनुष्य दूसरे मनुष्य की सेवा का गुलाम बन गया है या फिर मशीन का। … Read more