दूःख ही दूःख – ESSAY IN HINDI

दूःख ही दूःख - ESSAY IN HINDI

दूःख ही दूःख निबंध में कुछ ईर्ष्या से भरे लोगों के मनः स्थिति को समझाने का प्रयास किया गया है। विक्टोरिया मेमोरियल में वर्षों पूर्व एक घटना प्रकाशित हुई थी वह आंतरिक खुमारी द्वारा प्रसन्न रहने की प्रेरणा देती है। एक धर्माचार्य की पत्नी ने मिस हाइसी से कहा मैडम! मुुझे यह जानकर बहुत दुःख … Read more

अंतःकरण – ESSAY IN HINDI

अंतःकरण - ESSAY IN HINDI

हम जो भी सोचते हैं और जो भी करते है वह सभी हमारे अंतःकरण से जुड़ी हुई होती है। सुबह के समय एक बिस्तर में से उठते ही एक स्त्री कहती है ओह भगवान! फिर से सबेरा हो गया। अब फिर कोल्हू के बैल की तरह काम में जुटना पड़ेगा। ये मेरी कोई जिंदगी है। … Read more

इमानदारी की सिमा – ESSAY IN HINDI

इमानदारी की सिमा - ESSAY IN HINDI

इमानदारी की सिमा नाम के इस निबंध में एक बच्चे की इमानदारी को दिखाया गया है जोकि ऐसे बच्चों के प्रति अपकी सोंच बदल देगी। बस स्टैंड के पास एक छोटा सा लड़का माचिस की डिबिया बेचकर भरण पोषण करता था। एक दिन उसने सड़क पर चलते हुए एक आदमी से माचिस खरीदने की प्रार्थना … Read more

चरित्रशीलता – ESSAY IN HINDI

चरित्रशीलता - ESSAY IN HINDI

चरित्रशीलता नाम के इस निबंध में आज के परिस्थिति के अनुरुप समाज में हो रहे कुछ घटनाओं को प्रदर्शित किया गया है। बारिश का मौसम उपर से उफान मारती यह नदी ना जाने कितनो को बहा ले जाती होगी। उस दिन गांव के होने वाले उस सभा में एक आश्चर्यजनक घटना हुइ जिसे देखकर लोग … Read more

अपना उत्तरदायित्व – ESSAY IN HINDI

अपना उत्तरदायित्व - ESSAY IN HINDI

यदि हम किसी बात को लेकर झूठ बोलते है यह एक आम बात है। झूठ बोलने की कला सीखने के लिए कोई कक्षाएं नहीं चलाई जाती बलकी घर तथा समाज की तालीमशाला इस कार्य के लिए चौबीसों घंटे कार्यरत रहती हैं, अपना उत्तरदायित्व नाम के इस निबंध में इसी बात को स्पष्ट किया गया है। … Read more

समय का महत्व – ESSAY IN HINDI

समय का महत्व - ESSAY IN HINDI

एक शासकीय कार्यालय की बात है पहला कर्मचारी किसी काम को लेकर कहता है की सर मुझे माफ करिये यह काम तो मैं नही कर पाउंगा। मै तो फाईलों का किड़ा हूॅ तो। इसी कार्य को लेकर दूसरे कर्मचारी ने बहाना बनाया मुझे तो डॉक्टर ने साफ शब्दों मे कहा है कि कोई भी परेशानी … Read more

हृदय की गति – ESSAY IN HINDI

हृदय की गति - ESSAY IN HINDI

एक बार एक सैनिक को नेपोलियन के पास एक महत्वपूर्ण पत्र जल्दी से पहुंचाना था। ऐसी परिस्थिति में उसने जो घोड़ा उसके सामने आया उस पर चढ़ कर वह घोड़े को दौड़ाता हुआ हृदय की गति से नेपोलियन के पास पहुंच गया। घोड़ा कमजोर था अतः जैसे ही वह विश्राम लेने के लिए रुका एक … Read more

मन की पराकाष्ठा – ESSAY IN HINDI

मन की पराकाष्ठा - ESSAY IN HINDI

एक बगीचे में बहुत से लोग आपस में बातें करते हुए बगीचे मे घूम रहे थे। वहीं पर पास मे ही एकांत में एक बच्चा बैठा था जो बिलकुल अकेला था। परंतु वह स्वयं से कुछ इस प्रकार बातें कर रहा था जैसे मानों किसी और व्यक्ति अथवा बच्चे से वार्तालाप कर रहा हो, यह … Read more

जीवन का दुश्मन – ESSAY IN HINDI

जीवन का दुश्मन - ESSAY IN HINDI

  मनुष्य जब स्वंय को मशीन बनाने का प्रयास करता है और इस रुप मे स्वयं को ढालता है तब उसके जीवन में यदि देखें तो यांत्रिकता के अतिरिक्त और क्या बांकी रह सकता है। परंतु इसके परे जो मनुष्य स्वयं को पहचानता है, वह कभी भी स्वयं को बासी नहीें होने देता। यहां बासी … Read more

आप बहादुर हैं – ESSAY IN HINDI

आप बहादुर हैं - ESSAY IN HINDI

मनुष्य को जिंदगी में तरह-तरह के जोड़-तोड़ करने पडते हैं। कई प्रकार के कर्यों को पूर्ण करना पड़ता है। इसके लिये आपका बहादुर होना आवश्यक है। आप बहादुर है इस निबंध में यही बताया गया है।  परंतु क्या हम जानते हैं कि जीवन के सभी जोड़-तोड़ या योग से उपर जोड़ है स्वयं से जुड़ने … Read more