कर्तव्य मे आनंद की अनुभूति – ESSAY IN HINDI
जिवन मे कर्तव्य की बात करें तो कर्तव्य को पूजा माना गया है। इसमे हमे आनंद की अनुभूति होनी चाहिए किसी कार्य को अथवा कर्तव्य को पूर्ण करने मे यदि हमे आंनद की अनुभूति होती है तो उससे बड़ा भाग्यशाली कोई हो ही नही सकता। कर्तव्य मे आनंद की अनुभूति को इस प्रकार समझें -ये … Read more