कर्म ही पूजा है – ESSAY IN HINDI

कर्म ही पूजा है - ESSAY IN HINDI

कर्म ही पूजा है यह एक ऐसा निबंध है जिसमें लोगों के अदंर छुपे हुये उस आलस को दिखाने का प्रयास किया गया है जिसके लिये व्यक्ति कोई न कोई बहाना अवश्य बनाता है। गांव के एक शिव मंदिर के चबूतरे पर बैठे हुए सत्तर वर्ष के एक आदमी ने अपने समवयस्क से कहा मेरा … Read more