समाज का चित्रंण – ESSAY IN HINDI

समाज का चित्रंण - ESSAY IN HINDI

देखा आपने आप तो अभी वहीं के वहीं खड़े हो और आपका वो मित्र कहाँ का कहाँ पहुंच गया। अब जरा अपने सिध्दांतों को एक तरफ रख दो और समाज का चित्रंण करते हुए थोड़े से प्रैक्टिकल बन जाओ। अब अगर थोड़ी सी झूठी तारीफ करके अपना काम निकलता हो तो आखिर इसमें बुराई ही … Read more